मोहब्बत की कलम में,
जज्बातों की स्याही भर;
तेरी तस्वीर बनाना चाहती हूॅं।
हो मुकम्मल, साथ तेरा,
मेरी ज़िन्दगी में;
मैं ऐसी तक़दीर बनाना चाहती हूॅं।Anjalee Maurya
©Anjalee Maurya
मोहब्बत की कलम में,
जज्बातों की स्याही भर;
तेरी तस्वीर बनाना चाहती हूॅं।
हो मुकम्मल, साथ तेरा,
मेरी ज़िन्दगी में;
मैं ऐसी तक़दीर बनाना चाहती हूॅं।Anjalee Maurya
©Anjalee Maurya